गुरु कृपा से - सुमन जैन
MORE STORIES
"किसी का मजाक किसी को सजा आहे हैं उनकी वाह वाही हमारी" सर्वप्रथम शासनपति श्रवण भगवान महावीर स्वामी को कोटिश: नमन वंदन , उन्हीं के शासन को देदीप्यमान करने वाले पूज्य आचार्य भगवंत के, हम सबका शत शत वंदन अत्र विराजित श्रद्धेय सेवाभावी नंदीषेण मुनि महाराज साहब, मनमोहक प्रवचन कर्ता श्रद्धेय मनीष मुनि जी महाराज साहब, आत्म बोधक संदेश कर्ता श्रद्धेय श्री आशीष मुनि जी महाराज साहब, सभी संत साध्वी वृंद के कोटिश: नमन। यहां पधारे सभी श्रावक श्राविका जनों को सादर जय जिनेंद्र। ''अंतर्मन में दीपक का जलना अध्यात्म के आलोक में साक्षात्कार करना है" दीपावली का त्योहार जगमगाती दीप मालाओं को रोशनी की तरह हम सब में नया जोश नई उमंगे नई आशाओं का प्रदीप्त करने का संदेश लेकर आता है। इस के आगमन की तैयारी सब जन जोर शोर से करते हैं। लेकिन क्या इस उत्साह उमंग एवं जोश में कहीं हम ऐसा तो नहीं कर रहे, जिससे अनर्थ हो जाए। तो आइए आज हम एक छोटी सी सामान नाटिका किसी को मजाक किसी को सजा। "आहें उनकी वाह वाही हमारी" प्रस्तुत कर रहे है, इन निरपराध प्राणियों के करूँ क्रंदन से हमारा और आप सबका ह्रदय भी करुणा से भर उठे इससे हमारी कोई गलती हो तो आप सब विशाल ह्रदय से क्षमा करे। Read More