जीवन जीने के नैतिक सूत्र, आध्यात्मिक संस्कार और लक्ष्य प्राप्ति के लिए संस्थान ने मुझे हर कदम पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग प्रदान किया है। संसथान में रहते हुए मुझे पर्युषण सेवा ने नेतृत्व का गुण विकसित किया; सामायिक-सेमिनार आदि से मेरा व्यक्तित्व विकास हुआ। मैंने पहले ही प्रयास में UPSC सिविल सर्विसेज की परीक्षा उत्तीर्ण की और मुझे IRS का पद प्राप्त हुआ। मुझे पद पर रहते हुए भी सत्यनिष्ठा बनाये रखने में संस्थान में मिले नैतिक मूल्यों का महत्वपूर्ण योगदान है। इस प्रकार जीवन के प्रत्येक स्तर पर मेरे सर्वांगीण विकास में संस्थान की महत्ती भूमिका रही है।
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